
उदयपुर. उदयपुर पुलिस ने एक ऐसी महिला को गिरफ्तार किया है जो अपनी खूबसूरती के दम पर मर्दों को अपने जाल में फंसाती है. फिर शादी करके उनको राजा से रंक बना देती है. इस महिला के निशाने पर ज्यादातर गुजराती मर्द रहते हैं. यह पूर्व में चार गुजरातियों को अपना निशाना बना चुकी हैं. अभी तक उसकी पांच शादियां सामने आ चुकी है. यह राजस्थानी दूल्हे से शादी करने के बाद उसे मंदिर में दर्शनार्थियों की कतार में खड़ा करके फरार हो गई.
इस महिला ने जोधपुर निवासी परमानंद भी को अपना निशाना बना लिया. परमानंद भील से शादी करते ही यह दुल्हन उसे अंबाजी मंदिर लेकर गई. वहां दर्शनार्थियों की कतार से ही मौका देखकर फरार हो गई. जानकारी के अनुसार परमानंद भील ने शादी कर घर बसाने ने की सोची थी. उसने इसके लिए अपने परिचित से बात की तो उनको सुमित्रा नाम की महिला से मिलवाया. सुमित्रा की खूबसूरती देखकर परमानंद शादी के लिए तैयार हो गया.
221000 रुपये और तीन जेवर देने में तय हुआ था रिश्ता
रिश्ता पक्का करने के एवज में 221000 रुपये और तीन जेवर देने तय हुआ. परमानंद ने 5100 रुपये और अंगूठी पहनाकर सगाई की रस्म पूरी कर ली. फिर 15 दिन बाद बाकी के रुपये लेकर परमानंद के परिजन सोम घाटा स्थित लडकी के घर पहुंच गये. वहां सोने का मंगलसूत्र, कानों के झुमके, और चांदी की पायजेब सुमित्रा को दी. इसके साथ ही दो लाख रुपये नकद भी दिये.
पति को लाइन में लगाकर गायब हो गई
परमानंद और सुमित्रा ने एक दुसरे को वरमाला पहनाई और फिर दोनों जोधपुर के लिये कार से रवाना हो गये. रास्ते में सुमित्रा ने परमानंद से अपनी मन्नत पूरी होने के लिये अंबाजी दर्शन की इच्छा जताई. इस पर परमानंद तुरंत सुमित्रा को लेकर अंबाजी पहुंच गया. वहां दर्शन के लिये पुरुषों और महिलाओं अलग कतारें थी. परमानंद जब दर्शन कर निकला तब तक सुमित्रा गायब हो चुकी थी.
पति ने मंदिर प्रबंधन से कई बार एनांउसमेंट करवाया
परमानंद ने मंदिर से कई बार सुमित्रा की गुमशुदगी का एनाउमेंट करवाया लेकिन यह लुटेरी दुल्हन सारे जेवरात और नकदी लेकर गायब हो गई थी. बाद में परमानंद उदयपुर के फलासिया पुलिस थाने पहुंचा और आपबीती बताई. मामला दर्ज होने के पुलिस ने लुटेरी दुल्हन को पकड़ने के लिए टीमों का गठन किया. जांच पड़ताल के बाद पुलिस ने बाघपुरा थाना इलाके के मादड़ी गांव निवासी सुमित्रा दामा से पूछताछ कर उसे गिरफ्तार किया. उससे लूट का सामान भी बरामद कर लिया गया है.
425 लोगों के एक सोशल मीडिया ग्रुप की मुखिया भी है
यह दुल्हन अपना नाम बदलने के लिये चार फर्जी आधार कार्ड रखती है. पुलिस को इसके कब्जे से सोना कुंवर, सोना मेघवाल, प्रियंका और सुमित्रा नाम के आधार कार्ड मिले हैं. यहीं नहीं यह 425 लोगों के एक सोशल मीडिया ग्रुप की मुखिया भी है. इस ग्रुप में वह युवाओं को अपराधिक गतिविधियों में लिप्त होने के लिये उकसाने का भी काम करती है.